पुरस्कार और प्रशंसा
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बताई गई सम्पूर्ण स्वास्थ्य की परिभाषा के अनुसार होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति रोगी को शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक तौर पर स्वस्थ्य करती है। होम्योपैथी विश्व भर में अपनी स्वीकारिता एवं प्रभाव कारिता दोनों दृष्टि से एक अग्रणी चिकित्सा विज्ञान पद्धति के रूप में उभरी है। होम्योपैथी सामान्य रोगों के उपचार में कारगर तथा अधिक प्रभावी है। यह पद्धति समय की कसौटी पर परखेग ये कूटकृत सिद्धन्तों एवं अवधारणओं पर आधारित है। भारत में इस चिकित्सा की सुलभता, क्षमता, औषधियों की सरलता एवं प्रचुर मात्रा में उपलब्धता होनें के कारण होम्योपैथी प्रख्यात हो चुकी है।
होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति की उन्नति के लिये उत्तराखण्ड, सरकार निरन्तर प्रयास कर रही है। जिससे राज्य के सभी नागरिकों को सस्ती, सुलभ एवं दुष्परिणाम रहित होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति उपलब्ध कराकर उन्हें लाभान्वित कर रही है।
उत्तराखण्ड में कुल 111 राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय, भारत सरकार द्वारा संचालित एन0एच0एम0 योजना के अन्तर्गत 32 एवं केन्द्र पोषित योजना के अन्तर्गत 9 चिकित्सालय सहित कुल 152 चिकित्सालय संचालित हैं तथा चिकित्सा धिकारियों, फार्मासिस्टों एवं अन्य कर्मचारियों के द्वारा प्रदेश के दुर्गम एवं अतिदुर्गम क्षेत्रों पर चिकित्सा सेवा प्रदान करते हुए जनमानस को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर रहे है।